कोरोना वायरस:सीधी जिल में 2100 से ऊपर पहुंचा कोरोना का आंकड़ा,हर तरफ लापरवाही का आलम

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कोरोना वायरस:सीधी जिल में 2100 से ऊपर पहुंचा कोरोना का आंकड़ा,हर तरफ लापरवाही का आलम



सीधी जिल में 2100 से ऊपर पहुंचा कोरोना का आंकड़ा,हर तरफ लापरवाही का आलम

सीधी।
वैश्विक महामारी कोरोना का कहर सीधी जिले में भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। ये अवश्य है कि इन दिनों पॉजिटिव मिलने वाले मरीज केवल सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीज ही हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार सीधी जिले में कोरोना का जो रूप सामने आ रहा है उसमें ज्यादा खतरा नहीं है। जिनको कोरोना हो रहा है उनकी कोई विशेष हिस्ट्री सामने नहीं आ रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपने स्तर से उन्हीं मरीजों की कोरोना जांच कराई जा रही है जिनको आपरेशन करनें की स्थिति निर्मित हो जाती है। वर्तमान में ज्यादातर पॉजिटिव मिलने वाले मरीज नेत्र रोगी हैं। जिनके आंख का ऑपरेशन होना है। ऑपरेशन से पूर्व डॉक्टरों द्वारा संबंधित मरीज की कोरोना जांच कराई जाती है। उसी से नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। अन्य लोगों की कोरोना जांच सामान्यत: बंद है। 

हर तरफ है लापरवाही का आलम:-

कोरोना के बढ़ते संक्रमण के उपरांत भी पूरे जिले में हर कहीं मनमानी ही मनमानी नजर आ रही है। स्थिति यह है कि शुक्रवार की शाम जिले की आई कोरोना रिपोर्ट में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 2109 तक पहुंच गई है। जानकारों का कहना है कि यदि कोरोना की टेस्टिंग बढ़ाई जाए तो आने वाले नतीजे काफी चौकाने वाले होंगे। वर्तमान में केवल जिला अस्पताल सीधी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर नैकिन, चुरहट एवं सिहावल फीवर क्लीनिकों में ही संदिग्ध मरीजों के कोरोना जांच के सेंपल लिए जा रहे हैं। इस मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो के फीवर क्लीनिकों में कोरोना जांच काफी धीमी है। फिर भी जो जांच हो रही हैं उससे ही स्पष्ट हो रहा है कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार सीधी जिले में फिर से तेज हो रही है। 

प्रशासन की सख्ती का इंतजार:-

लोगों में मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करनें में दिख रही लापरवाही के चलते यह समस्या आगे और भी गंभीर रूप धारण कर सकती है। ऐसे में जिला एवं पुलिस प्रशासन को सख्ती बरतनें की जरूरत है। जिससे मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होना शुरू हो जाए। 
हालात यह है कि बस, ऑटो, टैक्सियों में यात्रियों की भीड़ देखी जा रही है। बिना मास्क लगाए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए ही लोग वाहनो में बेखौफ होकर सफर कर रहे हैं। वर्तमान में सडक़ हादसे के बाद पुलिस द्वारा यात्री वाहनों की जांच तो की जा रही है लेकिन जो यात्री बिना मास्क के लापरवाही पूर्वक यात्रा कर रहे हैं उन पर कोई चालानी कार्यवाई नहीं की जा रही है। यदि जांच के दौरान लापरवाह यात्रियों के ऊपर भी चालानी कार्यवाई शुरू हो जाए तो स्थिति नियंत्रण में आ सकती है। इसकी मांग सीधी जिले के प्रबुद्ध लोगों द्वारा लगातार की जा रही है कि लापरवाह बने लोगों को मास्क लगानें के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए।

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