सड़कें बनीं जानलेवा, सीएमओ पर कार्रवाई की मांग

Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

सड़कें बनीं जानलेवा, सीएमओ पर कार्रवाई की मांग



सड़कें बनीं जानलेवा, सीएमओ पर कार्रवाई की मांग 


सुधांशु द्विवेदी, भोपाल/शहडोल। 
बरसात शुरू हो गई है और ऐसे में शहर के अंदर सड़कों पर पानी ही पानी नजर आने लगा है। सड़कों की हालत नहीं सुधारी गई और अब इन सड़कों में बने गड्ढे लोगों को आवागमन में मुसीबत और सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की मौत का कारण बन रहे हैं। हालात इस कदर खराब हैं कि लोगों को पैदल तक चलने में इन सड़कों पर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चाहे शहर के अंदर कालोनियों की सड़के हों या फिर मुख्य मार्ग हों हर जगह सड़कों में पानी भरा हुआ है। जिन सड़कों से कमिश्नर कलेक्टर जैसे बड़े अधिकारी निकलते हैं वहां के हालात तो ठीक हैं लेकिन बाकी जगह का आलम वही जानता है जो इन सड़कों से होकर निकलता है। 
जिला अस्पताल के पीछे आशीर्वाद कालोनी की सड़क की बात करें तो इस सड़क की हालत यह है कि लोगों को यहां से दोपहिया वाहन तक निकालने में दिक्कतें आती हैं। यह रास्ता डॉक्टर श्रीवास्तव के घर के आगे से पॉलिटेक्निक मैदान की ओर जाता है। यहां पर जहां तहां सड़क में गड्ढे हैं और इनमें बरसात का पानी भरा हुआ है। जब वाहन यहां से गुजरते हैं तो पानी उछलकर घरों के अंदर तक जाता है।  
पंडित शंभूनाथ शुक्ला डिग्री कॉलेज बालक हॉस्टल के सामने वार्ड नंबर 6 (नया वार्ड नंबर 8) की सड़क कई वर्षों से बदहाल है और जगह जगह पर गड्ढे हो जाने की वजह से पानी यहां जमा रहता है। राहगीरों और वाहन चालकों को सड़क पर गड्ढा दिखाई नही देने के कारण दुर्घटनाएं हो रही है और लोग चोटिल होने के साथ ही वाहनों को भी क्षति पहुंच रही है । नगर प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है जिससे स्थिति खराब होती जा रही है। इसी तरह से राजेंद्र टाकीज से इंदिरा गांधी कन्या महाविद्यालय की ओर जाने वाले मॉडल रोड में बरसात होते ही पानी जमा हो जाता है। सड़क पर पानी का भराव होने से आसपास के लोगों को खासकर दुकानदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस रास्ते में जगह जगह गहरे गहरे गड्ढे भी हो गए हैं जिनको आज तक नहीं भरा गया है। अब यही गड्ढे लोगों को दुर्घटना का न्यौता दे रहे हैं।  शहडोल शहर के अंदर सड़कों की स्थिति इतनी खराब है कि लोगों का पैदल चलना तो मुश्किल है ही, वाहन दुर्घटनाओं की आशंका भी बनी रहती है. यहां सड़क हादसों में लोगों की मौतें भी हो चुकी हैं. लोग इस स्थिति के लिये शहडोल सीएमओ को जिम्मेदार मानते हैं. लोगों का कहना है कि शहडोल नगरपालिका सीएमओ की अकर्मण्यता के कारण ही यह स्थिति निर्मित हुई है. करप्ट कारिंदे सरकारी पदों पर बोझ बने हुए हैं. सरकारी खजाना लुट रहा है लेकिन काम कुछ नहीं कर रहे हैं. शहडोल के जन मानस ने नगरपालिका सीएमओ के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग कमिश्नर राजीव शर्मा से की है.

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ