ब्योहारी में राजनीतिक करिश्मे का केन्द्र बने वीरेश सिंह रिंकू

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ब्योहारी में राजनीतिक करिश्मे का केन्द्र बने वीरेश सिंह रिंकू




ब्योहारी में राजनीतिक करिश्मे का केन्द्र बने वीरेश सिंह रिंकू


भोपाल/ नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के शहडोल जिले की राजनीति में वीरेश सिंह रिंकू का राजनीतिक करिश्मा फिर चर्चा एवं जनविश्वास का केन्द्र बना हुआ है। विशेष तौर पर ब्योहारी क्षेत्र में जनमानस के विश्वास एवं उम्मीदों के केन्द्र जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय नेता वीरेश सिंह रिंकू को शहडोल जिले की राजनीति का चाणक्य तो पहले से ही माना जाता है लेकिन हाल ही में संपन्न पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनावों के नतीजों ने यह साबित कर दिया है कि रिंकू सिंह की लोकप्रियता में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है तथा 2023 के विधानसभा चुनाव में वह सिर्फ शहडोल जिले ही नहीं बल्कि इस संपूर्ण क्षेत्र के राजनीतिक समीकरणों को व्यापक पैमाने पर प्रभावित कर सकते हैं। अपनी ऊर्जावान, तेजतर्राट और जुझारू छवि की बदौलत खासकर ब्योहारी क्षेत्र में पंचायत चुनावों में बड़ी संख्या में सरपंच, जनपद सदस्य एवं जिला पंचायत के चुनाव में अपने पैनल के उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित कराने वाले रिंकू सिंह ने ब्योहारी नगर परिषद के चुनाव में भी अपनी कामयाबी का झंडा बुलंद किया है तथा 15 सदस्यीय नगर परिषद में उनके पैनल के 4-5 निर्दलीय उम्मीदवार पार्षद का चुनाव जीत गये हैं तथा उनके पैनल के जो उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत पाये हैं वह भी बड़े राजनीतिक संघर्ष की क्षमता रखते हैं व आगे की राजनीति के लिये भी रिंकू सिंह के हौसले बुलंद हैं। ऐसे में राजनीतिक करिश्मे का केन्द्र बने रिंकू सिंह 2023 के विधानसभा चुनाव में समूचे अंचल में सत्ताशक्ति की बड़ी धुरी बनेंगे, इस बात की संभावना प्रबल है।

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