जूते-चप्पलों के साथ जुड़ा होता है आपका भाग्य, जानिए क्या कहता है शास्त्र

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जूते-चप्पलों के साथ जुड़ा होता है आपका भाग्य, जानिए क्या कहता है शास्त्र


जूते-चप्पलों के साथ जुड़ा होता है आपका भाग्य, जानिए क्या कहता है शास्त्र



किसी व्यक्ति की जीवन शैली को उसके जूते-चप्पल के आधार पर समझा जा सकता है, उनके जूते-चप्पलों की जांच करके भी उनकी ग्रह स्थिति के बारे में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह का अनुमान लगाया जा सकता है।
ज्योतिष शास्त्र बताता है कि व्यक्ति जो जूते-चप्पल पहनता है उसका संबंध शनि ग्रह से होता है, जो उनके जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। उदाहरण के लिए, फटे हुए जूते पहनना दुर्भाग्य का संकेत है, जबकि उनका मंदिर से चोरी हो जाना अच्छे भाग्य का संकेत है आइए जूते-चप्पलों से संबंधित दिशा निर्देशों और सावधानियों के बारे में विस्तार से जानते है।

किसी और के जूते पहनना

ज्योतिष शास्त्र में सलाह दी जाती है कि किसी दूसरे के चप्पल या जूते न पहनें और किसी से उपहार में जूते लेने से भी बचना चाहिए। खासतौर पर ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दूसरों द्वारा दिए गए काले जूते कभी भी अनजाने में भी नहीं लेने चाहिए।

जूते कहां और कैसे रखे जाने चाहिए

वास्तु शस्त्र के अनुसार अपने घर के भीतर उचित स्थान पर जूते रखना महत्वपूर्ण है, वास्तु बताता है कि जब किसी घर में जूते-चप्पल बार-बार बिखरे रहते हैं, तो घर में रहने वालों को अक्सर कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वास्तु मान्यताओं के अनुरूप जूते-चप्पल को घर की दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम दिशा की ओर बंद रैक में रखने की सलाह दी जाती है। इसके अतिरिक्त वास्तु में बाहर से घर के अंदर जूते-चप्पल पहनने से परहेज करने की सलाह दी गई है।

प्रवेश द्वार पर अपने जूते-चप्पल न छोड़ें

वास्तु के अनुसार, मुख्य प्रवेश द्वार पर जूते न रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह वह मार्ग है जिसके माध्यम से धन की देवी किसी के निवास में प्रवेश करती है। अगर वहां जूते रखे जाएं तो इससे धन के मार्ग में बाधा आ सकती है और आर्थिक परेशानियां आ सकती हैं।

जूते चोरी होना

जूते चोरी होना भले ही आम बात हो लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसका काफी महत्व है। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, यदि आपका जूता शनिवार के दिन किसी मंदिर से चोरी हो जाता है, तो आपको दुखी होने के बजाय खुशी मनानी चाहिए क्योंकि इससे कुंडली में शनि से संबंधित समस्याएं दूर हो जाती हैं। नतीजतन, यह घटना व्यक्ति के जीवन से दुख और दुर्भाग्य को खत्म कर देती है।

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