लीला साहू ने फिर उठाई बदहाल सड़क की आवाज़, परिवहन मंत्री से पूछा, 10 किमी सड़क नहीं बनवा सकते?

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लीला साहू ने फिर उठाई बदहाल सड़क की आवाज़, परिवहन मंत्री से पूछा, 10 किमी सड़क नहीं बनवा सकते?



लीला साहू ने फिर उठाई बदहाल सड़क की आवाज़, परिवहन मंत्री से पूछा, 10 किमी सड़क नहीं बनवा सकते?


Leela Sahu 
सीधी ज़िले की चर्चित सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर लीला साहू एक बार फिर अपने गांव की बदहाल सड़क को लेकर सुर्खियों में हैं। खास बात ये है कि इस बार वह 9 महीने की गर्भवती हैं, बावजूद इसके वे क्षेत्र की जनता की आवाज़ बनकर फिर सामने आई हैं। गुरुवार को उन्होंने सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को संबोधित करते हुए सवाल उठाया – "क्या 10 किलोमीटर की सड़क नहीं बनवा सकते आप?"
यह सड़क मझौली और रामपुर नैकिन तहसील को जोड़ती है, जो लगभग 30 गांवों के लिए जीवन रेखा है। बरसात के दिनों में यह रास्ता दलदल में तब्दील हो जाता है – कहीं बसें फंस जाती हैं तो कहीं ट्रक पलटने की नौबत आ जाती है। हाल ही में एक बस कीचड़ में फंसी, जिसे ट्रैक्टर से निकालना पड़ा, और दो दिन बाद एक ट्रक पेड़ से टकराने से पलटने से बाल-बाल बच गया। लोगों की जान खतरे में पड़ रही है लेकिन प्रशासनिक संवेदनाएं अब भी सुस्त हैं।
गौरतलब है कि लीला साहू पहले भी इस मुद्दे को कई बार सोशल मीडिया के ज़रिए उठाकर देश का ध्यान खींच चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी टैग कर चुकी हैं। उनका एक वीडियो तो इतना वायरल हुआ था कि कई राष्ट्रीय चैनलों ने भी इसे दिखाया था। लेकिन सड़क की हालत जस की तस बनी हुई है।
जब सीधी कलेक्टर स्वरोचिस सोमवंशी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। वहीं, जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के सीईओ राजीव तिवारी ने कहा कि यह सड़क वन विभाग की सीमा से गुजरती है, इसलिए अनुमति मिलना जरूरी है।
गर्भावस्था की कठिन परिस्थितियों में भी लीला साहू का यह संघर्ष एक मिसाल बन चुका है – जहां बाकी लोग अपनी सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हैं, वहीं लीला गांव के हक की लड़ाई लड़ रही हैं। उनका वीडियो एक बार फिर सोशल मीडिया पर वायरल है और सवाल अब भी वही है – क्या 10 किलोमीटर की सड़क बनाना वाकई इतना मुश्किल है?

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