सात साल बाद गुमशुदा युवक की घर वापसी, अपहृत युवक को पुलिस ने बाल कल्याण न्यायपीठ सीधी के समक्ष किया पेश

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सात साल बाद गुमशुदा युवक की घर वापसी, अपहृत युवक को पुलिस ने बाल कल्याण न्यायपीठ सीधी के समक्ष किया पेश



सात साल बाद गुमशुदा युवक की घर वापसी, अपहृत युवक को पुलिस ने बाल कल्याण न्यायपीठ सीधी के समक्ष किया पेश



सीधी
 जिले के आदिवासी बाहुल्य वनांचल क्षेत्र कुसमी के कमछ निवासी एक युवक, जो पिछले सात वर्षों से लापता था, आखिरकार सकुशल अपने घर लौट आया। पुलिस चौकी पोड़ी द्वारा दस्तयाब किए गए युवक को शुक्रवार को बाल कल्याण समिति (न्यायपीठ) सीधी के समक्ष प्रस्तुत किया गया।

  दस्तावेजों - अंकसूची एवं आधार कार्ड कृ के अनुसार युवक अब बालिग हो चुका है। न्यायपीठ के अध्यक्ष एस. एस. पयासी एवं सदस्यगण सचीन्द्र मिश्र तथा सिद्धार्थ तिवारी ने विधिक प्रक्रिया पूर्ण कर युवक को उसके परिजनों के सुपुर्द करने का आदेश दिया।

   प्राप्त जानकारी के अनुसार, थाना कुसमी अंतर्गत पुलिस चौकी पोड़ी में दर्ज दस्तावेजों के मुताबिक युवक 29 जून 2018 को अपने घर से लापता हुआ था। बताया गया कि उसे कटनी से एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा बहला-फुसलाकर मेरठ ले जाया गया, जहां उससे बाल मजदूरी कराई जाती रही। लगातार जांच-पड़ताल और तलाश के बाद पुलिस ने 7 सितंबर 2025 की दोपहर उसे उसके घर से बरामद किया। इसके उपरांत उसे स्थाई सुपुर्दगी हेतु बाल कल्याण समिति सीधी के समक्ष प्रस्तुत किया गया।

   बाल कल्याण न्यायपीठ के पदाधिकारियों ने युवक तथा उसके परिजनों को उसके भविष्य, शिक्षा एवं सुरक्षित जीवन के संबंध में आवश्यक समझाइश दी। परिजनों ने युवक के रहन-सहन, खान-पान और शिक्षा की जिम्मेदारी स्वयं निभाने की सहमति दी। तत्पश्चात, न्यायपीठ द्वारा विधिक प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद युवक को पुलिस की उपस्थिति में परिजनों के सुपुर्द किया गया।

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