सावधान!!! फर्जी बैंक मैनेजर के नाम से खाताधारकों पास आ रहे फोन,अब सीधी जिले के कर्मचारियों को बना रहे निशाना

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सावधान!!! फर्जी बैंक मैनेजर के नाम से खाताधारकों पास आ रहे फोन,अब सीधी जिले के कर्मचारियों को बना रहे निशाना




सावधान!!! फर्जी बैंक मैनेजर के नाम से खाताधारकों पास आ रहे फोन,अब सीधी जिले के कर्मचारियों को बना रहे निशाना


बैंकों के नाम से आनेवाले फर्जी फोन आने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा। फर्जी फोन वाली अब सीधी जिले में भी सक्रिय हो गए हैं आपको बता दें कि मझौली तहसील अंतर्गत सरकारी शिक्षकों के शीतकालीन अवकाश के दिन फोन लगाकर एटीएम बंद होने की जानकारी लगातार दी जा रही है ।  मझौली जनपद शिक्षा केंद्र के ग्रुप में कुछ शिक्षकों द्वारा जानकारी दी गई कि यह रविवार के दिन भी फोन करते हैं और दर्जनभर शिक्षकों के पास यह फर्जी हैकर फोन लगा चुके हैं, हालांकि अभी तक किसी का भी कर्मचारी के नुकसान की सूचना अभी तक नहीं मिली है।

 इन नम्बरों से आते हैं फोन.....

1.  एक फर्जी शाखा प्रबंधक 9851645879 से फोन लगाता है वह अपना नाम न बताकर उपनाम श्रीवास्तव कभी सक्सेना आदि बताकर गुमराह करता है बैंक शाखा मझौली कभी सीधी तथा कभी पन्ना बता रहा है बैंक का नाम किसी को स्टेट बैंक किसी को यूनियन बैंक या ग्रामीण बैंक का शाखा प्रबंधक बताता है।
2.  दूसरा नंबर 760 2838 209 वाला फर्जी शाखा प्रबंधक उपनाम सक्सेना बताता है लेकिन बैंक कभी एसबीआई तो कभी यूबीआई का नाम लेता है।

               इंडिया न्यूज24  की टीम ने दोनों नंबरों पर फोन करने की कोशिश की तो फोन तो दोनों नंबर पर लगा लेकिन जानकारी पूछने पर फोन काट दिया लेकिन ये नंबर 76028 38209 पर फोन किया गया  ,जिसमें वह अपना उपनाम सक्सेना बता रहा है लेकिन बैंक का नाम स्टेट बैंक बताता है, जब नाम पूछा गया तो उसके द्वारा बोला गया कि हमारे कई नाम है कौन सा नाम बताएं जब उसको टीम द्वारा जानकारी दी गई की हम इंडिया न्यूज24 से बात कर रहे हैं, तो वह फोन काट दिया।
 
किसी प्रकार की न दें जानकारी

साइबर माफिया बैंक अधिकारी बनकर डेबिट कार्ड, पिन, आधार कार्ड नंबर व ओटीपी की जानकारी लेकर बैंक खाते से रुपये निकाल रहे। इसमें ऑनलाइन शॉपिंग और कैश ट्रांसफर की भी घटनाएं शामिल हैं।फर्जी हैकर विरोध करने पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं।


फोन पर नहीं दें खाते समन्धित जानकारी

इस तरह के अपराध को रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंकों ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे ग्राहकों को जागरूक करें। इस संदर्भ में बैंकों द्वारा लगातार ग्राहकों को जागरूक भी किया जा रहा। सार्वजनिक सूचना और मोबाइल मैसेज के जरिए भी बताया जा रहा कि बैंक कभी फोन कर एटीएम नंबर, पिन, आधार कार्ड, पैन कार्ड व ओटीपी आदि की जानकारी नहीं मांगता। ऐसी कॉल आए तो इसकी जानकारी तुंरत अपनी शाखा को दें। फोन करनेवालों को कभी ऐसी जानकारी नहीं दें।

इन बातों का रखें ध्यान

-डेबिट या क्रेडिट कार्ड गुम होने पर टोल फ्री नंबर पर डायल कर उसे ब्लॉक (बंद) करा दें। दिए गए शिकायत नंबर को नोट करें।

-जितना जल्दी हो सके, बैंक को लिखित में जानकारी देकर उसकी कॉपी रिसीव करा लें।

-अगर डेबिट कार्ड बैंक की किसी शाखा में लगी हो तो मशीन में कार्ड फंसने की स्थिति में अपने फोटो पहचान पत्र के साथ शाखा प्रबंधक से मिलकर कार्ड हासिल कर सकते हैं।

-पिन को डेबिट कार्ड के कवर आदि पर कभी न लिखें।

-एटीएम में कार्ड डाले जाने पर यदि इनवैलिड शो करे तो दोबारा ट्राई करें। कई बार तकनीकी दिक्कत से ऐसा होता है। अगर, यह मैसेज बार-बार आए तो अपने कार्ड को शाखा से रिप्लेस करा लें।

-अगर ट्रांजेक्शन होने पर एटीएम से पैसा नहीं निकले तो स्लिप को संभाल कर रखें। अच्छा होगा, इसकी फोटो कॉपी करा लें।

-नया डेबिट कार्ड मिलने पर सबसे पहले उसके पीछे दिए गए स्पेस पर साइन करें।

-महीने में एक बार अपनी पासबुक में एंट्री जरूर कराएं। अगर, आपके एटीएम ट्रांजेक्शन में कोई गड़बड़ी हुई है तो तुरन्त ब्रांच मैनेजर को सूचित करें।

-सभी डेबिट कार्ड पर वैलिडिटी तिथि लिखी होती है। इसके खत्म होने से पहले ब्रांच को सूचित कर नया डेबिट कार्ड इश्यू करा लें, वरना ऐसे कार्ड को मशीन जब्त कर लेती है।

-कार्ड से किसी भी तरह हुए गलत ट्रांजेक्शन के लिए बैंक जिम्मेदार नहीं है। जाने-अनजाने में हुई किसी भी गलती का भुगतान आपको ही करना होगा।

नोट:- इंडिया न्यूज़ 24 आप सभी खाताधारकों से अपील करता है कि किसी भी फोन पर किसी की बातों पर झांसे में आकर अपने खाते की जानकारी ना दें सावधान रहें !सतर्क रहें !जागरूक रहें!

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